सूअर पालन लोन योजना 2022 ऑनलाइन आवेदन फॉर्म, ट्रेनिंग सेंटर, लागत, सुअर पालन प्रशिक्षण संस्थान उत्तर प्रदेश, पिग फार्म के लिए लोन, लोन विभाग ऋण योजना, सुअर पालन सब्सिडी योजना, Pig Farming Loan Yojana.
हमारे देश में दिन-प्रतिदिन सुअर के मांस की मांग बढ़ती जा रही है| इसका कारण बढ़ते हुए फास्ट फूड चैन और रेस्टोरेंट्स हैं| इस कारण काफी लोग सुअर पालने के इच्छुक हैं| हमारे देश में बढ़ती बेरोजगारी से जूझने के लिए और लोग सुअर पालने के इच्छुक हैं उनकी मदद करने के लिए सरकार ने एक नई योजना की घोषणा की है| इस योजना का नाम सुअर पालन योजना 2019 रखा गया है| इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा ऐसे लोगों को इस ओर पालने के व्यवसाय में ही चुके हैं उन्हें आसानी से लोन लिया जाएगा| हमारे देश में दिन-प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है और जीवन भर आप ऐसा करना आम इंसान के लिए मुश्किल होता जा रहा है| इसलिए सरकार आजीविका कमाने के नए-नए उपलब्ध करवाने में सहायता प्रदान कर रही है|
दूसरा इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इस योजना के लिए सरकार द्वारा भी कई राज्यों में सब्सिडी देकर लोन प्रदान किया जा रहा है। जैसे कि किसान भाई बहुत ही कम कीमत पर बैंक से लोन लेकर सुअर पालन योजना 2022 शुरू कर सकते हैं। तीसरा सबसे बड़ा लाभ इसका यह है कि ऐसे युवा जो कि पढ़ाई लिखाई के बाद अपना रोजगार शुरू करना चाहते हैं वह भी सुअर पालन लोन योजना 2022 का लाभ ले सकते हैं। इस पोस्ट में हम आपको इस योजना से जुड़े हर बिंदु एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी देंगे जिससे कि आपको इस योजना की पूरी जानकारी एक स्थान पर मिल जाएगी।
सूअर पालन लोन योजना 2022
आज के इस तेजी से बदलते युग में युवाओं के पास सुअर पालन योजना से जुड़कर अपना वेबसाइट शुरू करने का बहुत अच्छा मौका है। जो भी युवा इस समय नौकरी कर रहे हैं या अन्य किसी व्यवसाय में है वह भी इस योजना से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। भारत में इस समय हजारों किसान सुअर पालन कर रहे हैं तथा हर महीने अच्छी कमाई कर रहे हैं। यह एक खुद का व्यवसाय है जिसमें की आप कुछ सुअर लेकर इस वेबसाइट को शुरू कर सकते हैं तथा धीरे-धीरे सुअर की मात्रा को बढ़ाकर इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर लेकर जा सकते हैं। छोटे स्तर से शुरू करने पर आपको अधिक धन लगाने की आवश्यकता नहीं है।
अगर आपके स्वय का धन लगाने में समर्थ नहीं है तो सरकार इसमें आपकी सहायता करेगी। पशुपालन लोन योजना के अंतर्गत वह सुअर पालन के लिए आपको सब्सिडी पर लोन प्रदान करेगी। जिससे कि आपको बहुत ही आसान ब्याज दरों पर अच्छा लोन मिल जाएगा तथा आप अपना सुअर पालन व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही सरकार द्वारा इस व्यवसाय के लिए सरकार द्वारा ट्रेनिंग भी प्रदान की जाती है। कई राज्यों में इस योजना को बढ़ावा देने के लिए सरकार आसान किस्तों पर लोन तथा ट्रेनिंग दोनों मुहैया करवा रही है जिससे कि हजारों किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
Pig Farming Loan Yojana
इस योजना में अगर किसान सुअर को पालकर, बाद में उन्हें उचित मूल्य पर बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकता है. सुअर से होने वाली आमदनी से वह अपने भविष्य को संवार सकता है. सुअर पालन योजना के अंतर्गत बहुत से बैंक लोगों/किसानो को आसान किस्तों पर ऋण दे रहे हैं. सुअर पालन योजना के लिए सरकार द्वारा भी सब्सिडी प्रदान की जाती है. तो आइए जानते हैं सुअर पालन योजना 2022 के बारे में संक्षेप में. सुअर पालन लोन योजना के अंतर्गत, उक्त व्यक्ति बैंक में जाकर इस योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त कर सकता है. वह यह लोन सुअरो को पालने, उनका पालन पोषण करने, तथा उनसे अपनी आय को बढ़ाने के लिए ले सकता है. सरकार ने सुअर पालन लोन योजना के अंतर्गत कुछ नियम एवं पात्रता रखे हैं, जिन्हें कि किसान पूरा करके आसानी से ले सकता है.
हिमाचल प्रदेश सुअर पालन योजना
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और बेरोजगारों तथा किसानों को आर्थिक रुप से मजबूती प्रदान करने के लिए सूअर पालन योजना को लागु किया गया है। जिसके माध्यम से लाभार्थीयों की आय में वढोतरी होगी। क्या है ये योजना, कैसे मिलेगा लाभ और आवेदन कैसे किया जाएगा। इसके लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा
ये योजना कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार होकर बैठे लोगों के लिए भी आय के स्त्रोत का काम करेगी। इसके अलावा किसान बकरी पालन, डेयरी फार्मिंग के जरिए भी अपनी आर्थिक सिथति में भी सुधार कर सकते हैं। योजना के लिए किसानों को 20 यूनिट सूअर बांटकर विधिवत आगाज किया गया । जिसमें एक इकाई में 03 मादा और 01 नर सूअर दिए गए । इसके अलावा किसानों को सूअरों के खाने और उनके रख-रखाब के लिए करीब 20000 की फीड और दवाइयां भी बांटी गईं। योजना के माध्यम से सूअरों के खान-पान का भी खास ध्यान रखा गया है। ये योजना आने वाले वाले समय में संजीवनी की तरह कार्य करेगी। जिससे प्रदेशवासियों को योजना के वेहतर परिणाम मिलेगें और कोरोना काल के दौरान आर्थिक तंगी से जुझ रहे लोगों को ये योजना अधिक मुनाफा उपलव्ध करवाएगी।
सूअर पालन की विशेषताएँ
- पालन कम पूंजी एवं कम स्थान से शुरू किया जा सकता है |
- सूअर पालन में लागत धन की वापसी शीघ्र (9 – 12 माह) होती है |
- वंश वृद्धि शीघ्र एवं अधिकतम (8 – 12 माह) होती है | शारीरिक वृद्धि 500 – 800 ग्रा. / दिन होता है |
- आहार उपयोग दक्षता (3.5 : 1) अधिक होती है |
- उत्पादन में मजदूरी पर कम व्यय (10 प्रतिशत) होता है |
- कार खाध पदार्थ को कीमती उत्पादन में परिवर्तित करने की अद्भुत क्षमता होती है |
- सूअर पालन में नस्ल सुधार की संभावना शीघ्र होती है |
- पालन कम क्षेत्रफल में किया जा सकता है |
Pig Farming Scheme Details
नाम – सुअर पालन योजना 2019
योजना की घोषणा – प्रधानमंत्री द्वारा
उद्देश्य – युवाओं को रोजगार के नए साधन उपलब्ध करवाना
योजना के लाभार्थी – हर वो शख्स जो सुअर पालन के व्यवसाय में इच्छुक है
लोन की राशि – 5 लाख तक
योजना का प्रकार – केंद्रीय सरकार योजना
दोस्तों, सुअर पालन योजना 2019 को केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार के साथ मिलकर शुरू किया गया है| जो भी व्यक्ति सुअर पालने में इच्छुक है वह इस योजना के अंतर्गत लोन के लिए आवेदन कर सकता है| आवेदन दोनों ऑनलाइन और ऑफलाइन किया जा सकता है| जो भी व्यक्ति इस योजना की नियमों और शर्तों को पूरा करेगा उसे रोना का लाभ उठा पाएगा| हर राज्य का व्यक्ति उठा सकता है| बेरोजगारों के लिए एक सुनहरा अवसर है जिससे वह स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं|
पिग फार्मिंग पात्रता
- इस योजना को केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा ही मिलकर शुरू किया गया है। तो जो भी युवा, सुअर पालन व्यवसाय से जुड़कर अच्छी आमदनी करना चाहते हैं वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। योजना के लिए मुख्य पात्रता नीचे दी गई हैं।
- जो भी व्यक्ति इस योजना के लिए आवेदन कर रहा है उसके पास सुअर रखने के लिए पर्याप्त आवास होना आवश्यक है।
- इसके अलावा सुअर की चिकित्सा सुविधा आपके नजदीकी उपलब्ध होनी चाहिए।
- सुअर के खाने का इंतजाम अच्छे से होना चाहिए। जिसमें कि उनके फीड जो कि उन्हें दी जाती है वह आसानी से उपलब्ध हो।
- आपके राज्य अथवा शहर में सुअर के मांस की अच्छी मांग होनी चाहिए।
- अगर आप इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं तो आपके पास नगर निगम के अधिकारियों का अनुमति पत्र होना आवश्यक है।
सुअर पालन लोन योजना की ब्याज लिमिट
₹100000 तक का लोन पर ब्याज | 0% |
एक लाख से ऊपर के लोन पर ब्याज | 15 से 25% |
सुअर पालन लोन योजना के लिए सिक्योरिटी राशि
- 1 लाख रूपए के लोन के लिए सिक्योरिटी – किसान का जमीन, या उससे जुड़े हुए कोई भी प्रॉपर्टी।
- 1 लाख रूपए से ऊपर के लोन के लिए – किसान की जमीन फसल, घर को सिक्योरिटी के रुप में लिया जाएगा।
सूकर पालन के फायदे :
मांस उत्पादन में दूसरे पशुओं के मुकाबले सूकर से पर्याप्त मात्रा में मांस प्राप्त हो जाता है। इसका मांस अधिक प्रोटीन वाला होने की वजह से विदेशों में अधिक मांग है।
अधिकतर ऐसा खाना जिसको बेकार समझकर फेंक दिया जाता है, सुअर पालन के जरिए इस खाने को पोषित मांस के रूप में प्राप्त किया जा सकता है। मादा सूकर एक बार में 10 से 12 बच्चों को जन्म देती है। मादा साल में तीन बार बच्चों को जन्म देती है।इस व्यवसाय में इनके रहने के स्थान और अन्य सामग्री पर कम निवेश की आवश्यकता होती है।
सूकर का मांस अच्छी गुणवत्तायुक्त प्रोटीन और पोषक मांस के रूप में जाना जाता है इसलिए भारत के साथ इसकी अन्य देशों में भी मांग है।अच्छी आय के नजरिए से इसके पालन से जल्दी ही 6 से 8 महीनों में अच्छी आमदनी होनी शुरू हो जाती है। ज्ञातव्य रहे कि सूकर के मांस का प्रयोग कैमिकल्स के रूप में जैसे सौन्दर्य प्रसाधन व रासायनिक उत्पादों में प्रयोग होने की वजह से इसकी बहुत मांग है।
सुअर पालन योजना लोन सब्सिडी फॉर्म
सुअर पालन लोन योजना 2022 के तहत जो व्यक्ति सुअर पालने के लिए क्लॉक रुपए तक का लोन लेगा, उसे इस योजना के अंतर्गत 0% ब्याज दर पर बैंकों से लोन उपलब्ध करवाया जाएगा|
जो व्यक्ति इस योजना के अंतर्गत एक लाख से ऊपर का लोन लेना चाहते हैं उन्हें बैंकों से लोन 15% से 20% के ब्याज दर पर मिलेगा|
सूअर पालन की विधि
भारत में सूअर की नस्ल :-
देशी सूअरों का शरीरिक भार विदेशी सूअरों की अपेक्षा आधा होता है | इनकी प्रजनन क्षमता जैसे – लैंगिक परिपक्वता , बच्चे का जन्म दर भी विदेशी नस्लों की अपेक्षा बहुत कम होता है | इसलिए सूअर पालक को चाहिए कि वे लार्ज हवाइट यार्क शायर या लैंड्रेस नस्ल के सूअर पाले | यह नस्लें यहाँ के वातावरण के लिए उपयुक्त है | इस प्रजाति की मादा 8 माह में व्यस्क हो जाती है तथा वर्ष के अन्दर प्रथम ब्यात, प्रति ब्यात 8 – 12 बच्चे , प्रतिवर्ष दो ब्यात तथा सभी प्रकार के खाद पदार्थों को पौष्टिक मांस में परिवर्तन की अधिकतम क्षमता (3.50 : 1) रखती है | इसके बच्चे एक वर्ष में 70 से 90 किलोग्राम तक शारीरिक वजन प्राप्त कर लेते हैं |
नस्ल सुधार :- विदेशी नस्ल के सूअर पालन से अधिक लाभ है अत: ऐसे सूअर पालक जो देशी नस्ल पाल रखे हैं किसी सरकारी या व्यवस्थित फार्म से इस प्रजाति के बच्चे लेकर प्रजनन द्वारा देशी नस्ल का सुधार करें | इस प्रकार प्राप्त संकर नस्ल के सूअर ऊष्मा एवं रोग प्रतिरोधी होते हैं तथा ग्रामीण परिवेश में भली – भांति पाले जा सकते हैं |
सूअर आवास (बाड़ा) :- आवस के लिए पर्याप्त स्थान एवं पानी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए | आवसा में हवा, प्रकाश एवं जल निकास की अच्छी व्यवस्था हो | मौसम के अनुसार आवास थोडा खुली छत वाला भी हो | फर्श पक्का तथा छत घास – फूस या खपरैल से बना सकते हैं | दीवार की ऊँचाई 4 – 5 फूट रखें |
सूअर आहार :- छोटे सूअर पालक प्राय: सूअरों को घर में रखकर नहीं खिलते है उन्हें खुले खेतों मैदानों में घुमाकर पलते हैं | सस्ते आहार हेतु घरों , होटलों का बच्चा भोजन एवं जूठन खिला सकते हैं | बेकार सब्जियां फल, फलों के अवशेष, गेहूं का आकार का चोकर, धान की भूसी, बेकार अनाज इत्यादि | सूअर चाव से खाते हैं | सूअर को थोड़ी मात्रा में हरे मुलायम पत्तीदार सब्जियां एवं चारा भी दे सकते हैं | सूअर पालन बड़े पैमाने पर करने हेतु हर वर्ग के लिए अलग – अलग सन्तुलित आहार देना चाहिए जिसे सूअर – पालक स्वयं बना सकते हैं |
विभिन्न श्रेणी में सूअर – आहार संरचना (प्रतिशत) खाध्य अवयव शावकों (बच्चों) का आहार बढ़ते सूअरों का आहार व्यस्क सूअरों का आहार दरा मक्का 55 – 58 48 – 52 32 – 36 गेंहू का चोकर / चावल पालिस 18 – 22 20 – 24 40 – 45 मूंगफली की खली 14 – 16 18 – 20 14 – 16 मछली का चुरा 4 – 6 4 – 6 4 – 5 खनिज मिश्रण 2 2 2 साधारण नमक 1 1 1
सूअर को होने वाले रोग (बीमारी) :-
सूअर पलकों को चाहिए कि सूअर ज्वर तथा खुरपका – मुंहपका से बचाव के लिए ढाई से तीन माह की आयु में टीकाकरण करें | अत: परजीवियों के नियंत्रण के लिए पिपराजीन दवा 4 ग्राम / 10 किलोग्राम आहार की दर से , आधा दाने में सुबह तथा आधा डेन में शाम को दें | दुसरे दिन 4 ग्राम थायोवेंडालाज / किलोग्राम आहार में मिलाकर देने से लार्वा व बड़े कृमि दोनों मर जाते हैं | दवा देने से पूर्व सूअरों को थोडा भूखा रखते हैं ताकि दवा मिश्रित आहार पुर्न रूप से खा सकें |
Suar Palan Yojana 2022 आवेदन फॉर्म
सुअर पालन योजना (Suar palan yojana 2022) का लाभ उठाने के लिए जो व्यक्ति बीपीएल परिवारों से हैं वह बुक समूह बनाकर प्रधान की संस्तुति में एक खंड विकास अधिकारी के पास जाकर आवेदन करें|
आवेदन करने के लिए पशु चिकित्सक की रिपोर्ट भी लगवाना अनिवार्य है|
जो आवेदन दिया जाएगा वह ब्लॉक के सीडीओ अधिकारी के पास जाएगा|
स्वीकृति मिल जाने के बाद पशुपालन विभाग आएगा|
इसके पश्चात जो पालन समूह है उसे सुअर के बच्चे उपलब्ध करवाए जाएंगे|
आवेदन फॉर्म पशुपालन विभाग के आवेदन विभाग में मिल जाएगा|
उस फॉर्म को अच्छे से भर ले|
उसके बाद प्रधान से उसे प्रमाणित करवाएं और खंड विकास अधिकारी के पास जाकर भी उसे प्रमाणित करें|
अगले चरण में उसे विभाग में जाकर जमा कर दें|
उसके बाद आपकी आवेदन फॉर्म को चेक किया जाएगा और अगर आप की औपचारिकता पूर्ण है तो आपका चयन योजना के तहत किया जाएगा|
एक बार चयनित हो जाने के बाद आवेदक को बैंक पासबुक नंबर भी लिखना होगा|
इसके पश्चात आपको सब्सिडी उपलब्ध करवा दी जाएगी जो आपके खाते में सीधे भेजी जाएगी.
Suar Palan | pig farming in uttar pradesh
सूअर पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो काफी पुराने समय से किसान कर रहे हैं. बहुत वर्ष पहले से ही सूअर पालन योजना (Suar Palan | pig farming in uttar pradesh) से हमारे किसान भाई अपना रोजगार चला रहे हैं. किसान साल में दो से तीन फसलें आसानी से निकाल लेते हैं. फसल बोने के बाद किसान के पास काफी समय होता है जिसमें कि वह पशुपालन कर सकता है. इससे अच्छा खासा मुनाफा बना सकता है.
पशुपालन में मुख्यतः बकरी पालन, खरगोश पालन, बटेर पालन एवं दुधारू पशु कैसे गाए/ भैंस पालघर अतिरिक्त आय बना सकता है. सूअर पालने का व्यवसाय है जिसमें छोटे सूअर की खरीद करके उन्हें कुछ समय बाद अच्छे खासे मुनाफे के साथ भेजा जा सकता है. अभी भी भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां पर बड़े स्तर पर सुअर पालन योजना 2019 के अंतर्गत लोग लाभ ले रहे हैं. इस योजना के लिए सरकार द्वारा आसान किस्तों पर लोन, इस पर होने वाली लागत एवं ट्रेनिंग दी जाती है. इसके साथ ही आप सूअर पालन सब्सिडी फॉर्म सरकारी दफ्तर से प्राप्त कर सकते हैं. यह राज्य के लिए अलग होगा.
जी हाँ जब भी आपको इस व्यवसाय को शुरू करना है आप इस योजना के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकते है ।
इस व्यवसाय को कोई भी व्यक्ति कभी भी शुरू कर सकता है ।
इस योजना के तहत आप किसी भी योजना से जुड़े बैंक मे लोन के लिए आवेदन कर सकते है ।
Pig phorom ke liye Lon
Pig farming ke liye loan chahie Sar please please Naukari se pareshan hu mai contact
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Yes Sr pig farming lone
Pig farm house k liya lone ke jarurat h
Mujhe pig ka house banane ke liye loan Chahiye
सुअर पालन के लिये लोन की जरूरत है
Sharm mujhe sooar paalan par loan chahiye mujhe kahin bhi loan nahin mil raha hai
ha sir mai karna chahta hu fund ki dikkat h
aur mai AGRICULTURRE ka student hu …….
i need some reupes …..lone
anilshingh730717@gmail.com Anil shingh mai sir sugar paln krna chahata hu sir my phone number
Good morning sir ma pig palna chahta hu Lon mil Sakta ha
Mughe Suar farm khona hi
Sir mujha pig faram open kr na ka lya loan chya
Satish pal
Uttar pradesh
Disst moradabad
Me pig form kholna chahta hu bhopal ke
Ha sir hame lone nhi chaiye hame chaiye Gorment ki taraf trenig do bar bikas bawan me fome trenig ke liye aavedan farme jama kar diye hai lekin aavi tak koi jabab nhi aaya 10 march 2020 to 19 janwari 2021 koi jabab nhi aaya sir name man singh mugal saray dis chandauli utar pardes
Sir mere pass pig hai 70 pes hai khilane ke liye lone chayhe
सर हमे सुअर पालन के लिए लोन चाहिए मै सुअर फोर खोलना चाहता हूँ
हमें सूअर पालन का प्रशिक्षण करना है उसके बाद सूअर फार्म खोलना है
प्ल्ज़ tell me all of pig forming
Sar mai treniga kar chuka hu mere pash 2 suar hai muje faram kholana hai muje lon chahiya mai dere dere lon chuka dunga sar please help me mai be roji gar hu sar
Me suar palang karna chahta hu
Mai suar palan karna chahta ho