मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना 2022 झारखंड ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर जॉब कार्ड

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कोरोना काल में लाखों मजदूर बड़े शहरों से अपने अपने गाँव शहर पलायन कर रहे है. ऐसे में उन श्रमिकों को उनके ही आस पास नौकरी प्रदान करना, सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. ग्रामीण क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना के द्वारा कुशल अकुशल दोनों को ही काम दिया जा रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्र में रहने वाले अभी भी इस तरह की योजना का लाभ नहीं ले पा रहे थे. झारखण्ड सरकार ने शहरी क्षेत्र में लौट कर आये प्रवासी मजदूरों के लिए मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना शुरू की है. सरकार ने यह भी कहा है कि अगर किसी मजदूर को किसी वजह से रोजगार नहीं मिल पायेगा तो उसे सरकार द्वारा आगे चलकर बेरोजगारी भत्ता दिया जायेगा. चलिए इस योजना की पूरी जानकारी विस्तार से देखते है .

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी ने राज्य के शहरी अकुशल श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार गारंटी प्रदान करने हेतु जॉब कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू की है। इस रोजगार योजना के तहत सभी शहरी श्रमिक/मजदूर/कामगार को जॉब गारंटी कार्ड दिया जाएगा। जिसके लिए प्रवासी श्रमिकों को आवेदन / पंजीयन फॉर्म भरना होगा। कोरोना लॉकडाउन की वजह से लाखों श्रमिक/मजदूर बड़े शहरों से अपने-अपने गाँव या शहर पलायन कर चुके हैं। ऐसे में उन श्रमिकों को उनके ही आस-पास नौकरी प्रदान करना, सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।

मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना 2022

अगर किसी आवेदक कामगार को आवेदन के 15 दिन के अंदर काम नहीं मिल पाया, तो वह बेरोजगारी भत्ते का हकदार होगा| यह भत्ता पहले माह न्यूनतम मजदूरी का एक चौथाई, दूसरे माह न्यूनतम मजदूरी का आधा और तीसरे माह से न्यूनतम मजदूरी के बराबर दिया जाएगा|

मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना 2020 झारखंड

नगर विकास एवं आवास विभाग ने इस योजना को लागू करने की दिशा में काम भी शुरू कर दिया है|इस योजना के तहत झारखण्ड के शहरी प्रवासी मजदूरों को रोजगार के लिए मनरेगा की तरह ही जॉब कार्ड प्रदान किया जायेगा।इस Jharkhand Mukhyamantri Shramik Rojgar Yojana के अंतर्गत  शहरी क्षेत्र में रहने वाले अकुशल प्रवासी मजदूर को रोजगार प्रदना किया जायेगा|

Jharkhand Mukhyamantri Shramik Rojgar Yojana

इस योजना के तहत झारखण्ड के शहरी प्रवासी मजदूरों को रोजगार के लिए मनरेगा की तरह ही जॉब कार्ड प्रदान किया जायेगा।इस Jharkhand Mukhyamantri Shramik Rojgar Yojana के अंतर्गत  शहरी क्षेत्र में रहने वाले अकुशल प्रवासी मजदूर को रोजगार प्रदना किया जायेगा  ताकि वे अपनी आजीविका अच्छे से चला सके और  श्रमिकों को रोजगार के लिए दुसरे प्रदेश न जाना पड़ें, उन्हें अपने वार्ड क्षेत्र में ही आसानी से काम मिल जाये।

राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना का लाभ उठाना चाहते है तो उन्हें इस झारखण्ड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना के तहत आवेदन करना होगा।इस योजना के तहत अगर किसी मजदूर को रोजगार नहीं मिल पाया तो उन्हें राज्य सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जायेगा। जिसके बाद उन्हें सरकार द्वारा रोजगार मुहैया कराया जायेगा। इस पहल के साथ, झारखंड शहरी गरीबों के लिए रोजगार गारंटी योजना शुरू करने के लिए केरल के बाद देश का दूसरा राज्य बन जाएगा। 

मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना की मुख्य बातें –

  • योजना का उद्देश्य – शहरी क्षेत्र में रहने वाले अकुशल मजदूर को रोजगार देना ताकि वे अपनी आजीविका अच्छे से चला सके. श्रमिकों को रोजगार के लिए दुसरे प्रदेश न जाना पड़ें, उन्हें अपने वार्ड क्षेत्र में ही आसानी से काम मिल जाये.
  • 100 दिन रोजगार गारंटी – सरकार ऐसे अकुशल मजदूर को जो शहरी क्षेत्र में है, उन्हें 100 दिन की रोजगार की गारंटी दे रही है. यह योजना मनरेगा योजना की तरह लोगों को एक साल में 100 दिन का काम देगी.
  • जॉब कार्ड – जैसे मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को जॉब कार्ड मिलते है, वैसे ही शहरी श्रमिक योजना के तहत झारखण्ड में मजदूरों को जॉब कार्ड दिए जायेंगें. सरकार हर पंजीकृत मजदूर को उसके नाम का जॉब कार्ड बनवा कर देगी, जिसमे उसके काम का पूरा ब्यौरा होगा.
  • विभाग – इसकी ज़िम्मेदारी नगर विकास एवं आवास विभाग की होगी. विभाग ने इस योजना का काम तीव्र गति से शुरू कर दिया है.
  • बेरोजगारी भत्ता – अगर को श्रमिक इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण करवाता है, और उसे 15 दिन तक अगर कोई रोजगार नहीं मिलता है तो उसे सरकार बेरोजगारी भत्ता प्रदान करेगी.
  • भत्ता राशी – मजदूरों को पहले महीने भत्ता के रूप में न्यूनतम मजदूरी का एक चौथाई भाग दे दिया जायेगा. 60 दिन हो जाने के बाद आधी मजदूर उसे दे दी जाएगी. फिर पुरे 100 दिन हो जाने के बाद श्रमिक को पुरे 100 दिन की मजदूरी भत्ता के रूप में प्राप्त हो जाएगी.
  • बैंक खाता में ट्रान्सफर – बेरोजगारी भत्ता श्रमिक के बैंक खाते में सीधे 15 दिन के अंदर ट्रान्सफर होगी.
  • कार्यस्थल पर सुविधा – शहरी क्षेत्र में चल रही विभिन्न विभागों द्वारा विकास के जो कार्यक्रम चल रहे है, वहां सरकार को स्थानीय मजदूर को रोजगार देना अनिवार्य होगा. जहाँ भी मजदूरों को काम पर रखा जायेगा वहां विभाग को ये ध्यान रखना होगा कि मजदूरों को कोई परेशानी न हो. वहां शुद्ध साफ़ पीने का पानी, फर्स्ट एड बॉक्स होना अनिवार्य है. इसके साथ ही अगर कार्यस्थल पर महिलाएं काम कर रही है तो उनके बच्चों को रखने की भी सुविधा होगी. ताकि वे आराम से बिना किसी परेशानी के काम कर सकें.

Jharkhand Shramik Rojgar Yojana Highlights

योजना का नामझारखण्ड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना
इनके द्वारा शुरू की गयीमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के द्वारा
लाभार्थीप्रवासी मजदूर
उद्देश्यरोजगार के अवसर प्रदान करना

मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना पात्रता –

  • योजना के अंतर्गत उन्हीं श्रमिक को काम दिया जायेगा, जिनकी उम्र कम से कम 18 वर्ष है.
  • श्रमिक 1 अप्रैल 2015 से शहर में रह रहा होगा.
  • अगर श्रमिक के पास पहले से मनरेगा जॉब कार्ड है तो उसे इस मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
  • झारखण्ड का निवासी
  • योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिक के पास उसके नाम का बैंक खाता होना अनिवार्य है, जो आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए.
  • आधार कार्ड
Mukhyamantri Shramik Rojgar Job Card हेतु आवश्यक दस्तावेज-
  • आवेदक श्रमिक की पासपोर्ट-साइज फोटो
  • आधार कार्ड
  • आयु प्रमाण पत्र
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र
  • बैंक पासबुक की जानकारी

झारखण्ड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना का उद्देश्य

जैसे आप सभी लोग जानते है कि हमारे भारत देश में कोरोना वायरस का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से लॉक डाउन कि स्थिति भी बढ़ती जा रही है।  लॉक डाउन कि वजह से झारखण्ड राज्य के जो मजदूरों काम कि वजह से दूसरे राज्य में फसे हुए थे वह वापस अपने घर आ चुके है लेकिन उनके पास अपने आजीविका के लिए कोई रोजगार नहीं है इस सभी परेशानियों को देखते हुए झारखण्ड सरकार ने झारखण्ड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना को शुरू करने का फैसला लिया है इस योजना के तहत झारखण्ड के शहरी क्षेत्र में वापस आये प्रवासी मजदुर जिनके पास कोई रोजगार नहीं है उन्हें सरकार द्वारा रोजगार मुहैया कराना जिससे वह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।  झारखण्ड सरकार का मुख्या उद्देश्य सभी प्रवासी श्रमिकों को अपने राज्यों में रोजगार मिले।

Jharkhand Mukhyamantri Shramik Rojgar Yojana का लाभ

  • इस योजना का लाभ झारखण्ड के शहरी क्षेत्रो में  वापस आये प्रवासी मजदूरों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जायेगा।
  • सरकार ऐसे अकुशल मजदूर को जो शहरी क्षेत्र में है, उन्हें 100 दिन की रोजगार की गारंटी दे रही है. यह योजना मनरेगा योजना की तरह लोगों को एक साल में 100 दिन का काम देगी।
  • इस योजना के तहत अगर किसी मजदूर को रोजगार नहीं मिल पाया तो उन्हें राज्य सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जायेगा।
  • झारखण्ड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को जॉब कार्ड प्रदान किया जायेगा।
  • नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा ये योजना, राज्य शहरी आजीविका मिशन के माध्यम से संचालित करायी जाएगी।
  • इस योजना के तहत झारखंड के शहरों में निवास करनेवाले 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के अकुशल श्रमिकों को एक वित्तीय वर्ष में 100 दिनों के रोजगार की गारंटी मिलेगी।
  • अगर कोई शहरी स्थानीय निकाय 15 दिनों के भीतर नौकरी चाहने वालों को काम देने में विफल रहता है। इसके अलावा, पंजीकृत (पंजीकृत) लाभार्थियों को जॉब कार्ड प्रदान किए जाएंगे।
  • झारखंड मुख्यमंत्री गरीब रोजगार  योजना 2022 के लिए, प्रत्येक प्रवासी मजदूरों को ऑनलाइन / ऑफ़लाइन विधि के माध्यम से नौकरी के लिए आवेदन करना होगा।
  • सभी शहरी स्थानीय निकायों (ULB) को प्रवासी श्रमिकों के रोजगार के लिए विशेष योजना बनाने के लिए अलग से धन दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि “स्वच्छता कार्यों से लेकर विकास परियोजनाओं तक शहरी क्षेत्रों में नौकरियों के बहुत सारे अवसर हैं”।
  • मजदूरों को पहले महीने भत्ता के रूप में न्यूनतम मजदूरी का एक चौथाई भाग दे दिया जायेगा. 60 दिन हो जाने के बाद आधी मजदूरी उसे दे दी जाएगी। फिर पूरे 100 दिन हो जाने के बाद श्रमिक को पूरे 100 दिन की मजदूरी भत्ता के रूप में प्राप्त हो जाएगी |

मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना झारखंड ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

झारखण्ड सरकार मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना के लिए एक सरकारी पोर्टल लांच करेगी. जिसमें सभी योग्य श्रमिक आवेदन कर सकेंगें, और पंजीयन के पश्चात् उन्हें जॉब कार्ड दिया जायेगा. अभी सरकार ने निचले स्तर पर योजना की जानकारी दी है, जैसे इसकी पूरी रुपरेखा तैयार हो जाएगी, सरकार इसका पोर्टल भी लांच कर देगी, जिसके द्वारा सभी पात्र मजदूर आवेदन कर रोजगार प्राप्त कर सकेंगें.

शहरी क्षेत्र में मजदूरों की आजीविका को बेहतर बनाने के लिए योजना की शुरुवात हुई है. योजना के अंतर्गत गारंटी रोजगार मिलेगा, जिससे श्रमिकों को यहाँ वहां भटकना नहीं पड़ेगा. इस योजना का काम ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाली मनरेगा योजना की तरह ही होगा.

मुख्यमंत्री शहरी श्रमिक रोजगार योजना को किसने शुरू किया है?

यह योजना झारखंड की राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है।

इस योजना के तहत किन्हे लाभ मिलेगा?

इस योजना के तहत लाभ झारखंड राज्य के उन लोगों को दिया जाएगा जो कोरोना काल में अपने राज्यों में लौट कर आए हैं। पात्रता को पढे।

झारखंड मुख्यमंत्री श्रमिक (शहरी रोजगार मंजूरी फॉर कामगार)  योजना के तहत कितने दिन के लिए रोजगार मिलेगा?

इस योजना मे वाले व्यक्ति को 100 दिन तक गारंटी रोजगार दिया जाएगा।

झारखंड मुख्यमंत्री योजना मे हम आवेदन कैसे कर सकते है?

इस योजना में आप आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से कर सकते है।

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